मई में ही दस्तक देगा मानसून: IMD ने कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया

देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है और अब दक्षिण-पश्चिम मानसून ने समय से पहले दस्तक देना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों, दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और उत्तर अंडमान सागर के कुछ क्षेत्रों तक पहुंच चुका है।
निकोबार में झमाझम बारिश
पिछले दो दिनों के दौरान निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 3 से 4 दिनों में मानसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के बाकी हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ क्षेत्रों में और आगे बढ़ सकता है।
मानसून के अनुकूल स्थितियां
IMD ने बताया कि बंगाल की खाड़ी, अंडमान सागर और निकोबार द्वीप के ऊपर पछुआ हवाएं तेज़ी से बह रही हैं। समुद्र तल से लगभग 1.5 किमी की ऊंचाई पर इन हवाओं की गति 20 समुद्री मील से भी अधिक है। कुछ क्षेत्रों में यह प्रभाव 4.5 किमी की ऊंचाई तक देखा जा रहा है। इसके साथ ही ‘आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन’ (OLR) में भी कमी आई है, जो घने बादलों की मौजूदगी और मानसून की सक्रियता का संकेत है।
इन राज्यों में होगी बारिश
IMD ने जिन राज्यों में बारिश की संभावना जताई है, उनमें शामिल हैं:
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छत्तीसगढ़: 13 से 15 मई तक आंधी, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान।
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मध्य प्रदेश: 13 से 16 मई तक वर्षा की संभावना।
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उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम: 14 और 15 मई को बारिश के आसार।
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गंगा के मैदानी इलाके (पश्चिम बंगाल और झारखंड): पश्चिम बंगाल में 14 मई को, जबकि झारखंड में 15 और 16 मई को बारिश हो सकती है।
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केरल: यहां 27 मई तक रुक-रुक कर बारिश जारी रहने की संभावना है।
समय से पहले मानसून से बढ़ीं उम्मीदें
इस साल मानसून की समय से पहले एंट्री ने किसानों और आम जनता दोनों के लिए राहत की उम्मीदें जगा दी हैं। खेती-किसानी के लिए यह सकारात्मक संकेत है, साथ ही इससे गर्मी से भी राहत मिलने की संभावना है।