
देशभर से आएंगे लगभग 100 लेखक और साहित्यकार
मानव कौल, राहगीर, फैजल मलिक, परितोष त्रिपाठी, दिव्य प्रकाश दुबे, नीलोत्पल मृणाल को सुनने का मिलेगा अवसर
रायपुर, 11 सितंबर 2025/ राजधानी रायपुर में साहित्य प्रेमियों के लिए दो दिवसीय हिंद युग्म उत्सव 2025 का आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन के माध्यम से छत्तीसगढ़ पहली बार इस अनोखे साहित्यिक उत्सव का साक्षी बनेगा। आगामी 20 और 21 सितंबर को पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, रायपुर में कहानियों, कविताओं, संगीत और कला का संगम देखने को मिलेगा।
यह आयोजन कई मायनों में विशेष होगा। इसमें देशभर के प्रसिद्ध साहित्यकारों और लेखकों को सुनने और उनसे मिलने का अवसर मिलेगा। मानव कौल, राहगीर, ‘पंचायत’ फेम फैजल मलिक, परितोष त्रिपाठी और नीलोत्पल मृणाल जैसे लोकप्रिय साहित्यकार एवं कलाकार भी इसमें शामिल होंगे।
हिंद युग्म उत्सव 2025 सुप्रसिद्ध साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को केंद्र में रखकर आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान शुक्ल जी की कविताओं की नाट्य प्रस्तुतियाँ होंगी तथा उन पर केंद्रित एक डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
इसके अलावा उत्सव में साहित्य प्रेमियों के लिए किताबों की दुनिया और इसके नए ट्रेंड्स पर परिचर्चाएँ, लेखकों से मुलाक़ात, सिने-अभिनेताओं और सिनेमा विशेषज्ञों से संवाद, ‘हिन्दवी’ का विशेष कैंपस-कविता कार्यक्रम, ओपन माइक छत्तीसगढ़ – मंच खुला है के अंतर्गत 200 से अधिक नई प्रतिभाओं की प्रस्तुतियाँ, संगीतमय संध्या, स्टैंड-अप कॉमेडी, बच्चों और बड़ों के लिए टेराकोटा एवं पेंटिंग कार्यशालाएँ आयोजित होंगी। देशभर के प्रमुख प्रकाशकों की किताबों की प्रदर्शनी और बिक्री के स्टॉल लगाए जाएंगे। साथ ही आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस पर विशेष सत्र, नई किताबों का लोकार्पण, आगामी पुस्तकों के कवर रिलीज़, स्टोरीटेलिंग और लाइव सिंगिंग जैसे कई महत्वपूर्ण सत्र भी होंगे।
उत्सव में छत्तीसगढ़ की संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी। इसमें राज्य के लोकनृत्य, लोकगायन और लोककलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के कलाकारों द्वारा बनाई गई पेंटिंग, मूर्तियाँ, क्राफ्ट प्रदर्शित की जाएंगी। साथ ही राज्य के पारंपरिक व्यंजन, हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट के स्टॉल भी लगाए जाएंगे।
गौरतलब है कि हिंद युग्म उत्सव देश का एकमात्र घुमंतू साहित्य उत्सव है, जो हर वर्ष देश के अलग-अलग शहरों में आयोजित किया जाता है। इसका चौथा संस्करण 20 और 21 सितंबर 2025 को रायपुर में आयोजित होगा। इससे पूर्व इसके तीन संस्करण क्रमशः बाड़मेर, वाराणसी और भोपाल में आयोजित किए जा चुके हैं। यह उत्सव लेखन, कला, साहित्य और किताबों की दुनिया के नए रुझानों पर बातचीत का अवसर प्रदान करता है और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से किताबों का उत्सव मनाता है।