छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मौत का माया जाल रच रहे, राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ठग

राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कुछ लोगो के गिरोह द्वारा आम जनता के साथ ठगी करने का षड्यंत्र किया जाता हैं । गिरोह द्वारा राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कर बैंको के साथ साज-गाठ कर फर्जी लोन दिला कर छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर, महिलाओ, जनसाधारण जनता को जालसाजी,धोखाधड़ी कर कर्ज के दलदल में धकेल कर उन्हें आत्महत्या के लिए प्रेरित करने (उत्तेजित करने) का प्रयास किया जा रहा है ।
राहुल मिश्रा आरटीआई व सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि कुछ दिनों से लोग शिकायत लेकर उनके पास आ रहे हैं, जिनका शोषण राजनीतिक संरक्षण प्राप्त विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल,अनमोल अग्रवाल, आरोही अग्रवाल, सर्वेश पांडे, सुधीर गुप्ता, ओमप्रकाश, सागर श्रीवास्तव व मनोज मिश्रा,राजू उर्फ राजेश अग्रवाल से ठगी के शिकार हुए हैं इस गिरोह मे शामिल दर्जनों लोगों द्वारा प्रवासी मजदूर, महिलाओं एवं जनसाधारण लोगों को चिन्हित कर जालसाजी से उनकी केवाईसी यूज कर उन लोगों को फर्जी लोन दिलाने का काम किया जाता है । इनके द्वारा कई सरकारी बैंकों के साथ साझ-गाठ करके अनेको लोगो से ठगी की गयी हैं, सारा काम डीअसए की आड़ लेकर सुधीर गुप्ता ( मेघनि सुधीर चाँद्र & कम्पनी), सागर श्रीवास्तव,सर्वेश पांडे द्वारा किया गया हैं यह ठग गिरोह कम पढ़े-लिखे, मजदूर,महिलाओ,प्रवासी लोग जो जीवन यापन करने छत्तीसगढ़ आते हैं उनको अपनी जालसाजी का शिकार बना लोन कराकर लोन की राशि को गिरोह के अन्य फर्जी फर्मो मे ट्रांसफर कर दिया करते हैं । इन ठग गिरोह के साथ कुछ बड़े नामी रायपुर के सीए भी शामिल हैं जिनके साथ मिल कर फर्जी फर्म बनाते है,उन फर्मो के नाम से जीएसटी रजिस्ट्रेशन,गुमास्ता,जमीन से जुड़े काग़ज़ आदि अन्य रजिस्ट्रेशन तैयार कर उनके समस्त दस्तावेज गिरोह के सदस्य अपने पास रखते हैं, यदि कोई जनसाधारण हिम्मत करके थाने में कंप्लेंट करने का कोशिश करता है, तो राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण इस पर किसी प्रकार का कोई भी शिकायत दर्ज नहीं किया जाता हैं । ब्लकि उल्टे पीड़ितों को परेशान कर गुंडों से हमला कराया जाता है विजय अग्रवाल, नीना अग्रवाल ठग गिरोह के साथ कई सरकारी बैंकों के अधिकारी मिले हुए हैं, जिनके माध्यम से यह फर्जी लोन करते हैं, बहुत सारे लोन में उनके द्वारा लोन में जिस संपत्ति का जिक्र किया गया है, सरकारी रोड की जमीन है या खसरे मे जमीन नहीं है, बैंको के अधिकारी द्वारा मिली-भगत होने के कारण बिना जांच-परख लोन किया जाता हैं, बाद में यह ठग गिरोह अपने अन्य फर्जी फर्म में लोन के राशि को ट्रांसफर करवा लेते हैं और जिन लोगो का लोन कराया गया हैं उनको मानसिक रूप से बहुत ज्यादा प्रताड़ित किया जाता है,मानसिक, शारीरिक, सामाजिक पीड़ा को भोगने के लिए कानूनी समस्याओं में उलझा कर मरने के लिए उनके हाल पर छोड़ देते हैं, जिस कारण कई लोगों ने इन ठग गिरोह के कारण आत्महत्या तक कर चुके हैं है और हाल ही रायपुर में इस ठग गिरोह के कुछ लोग 71 करोड़ की जीएसटी चोरी के साथ फर्जी बिलों का रैकेट पकड़ाया गया था इस नेक्सस के कुछ साथियों को जेल की भी सजा हुई हैं, साथ ही साथ यह यह ठग गिरोह जीएसटी चोरी फर्जी बिलों ,हवाला,
सूदखोरी करने का एक ऐसा साधन बना कर रखे हैं, जिस पर यह रायपुर से खाली ट्रक अलग अलग राज्यो के बॉर्डर तक जाती है और वहां से बिल्टी पर सील-साइन करवा कर खाली गाड़ी ही वापस आती है परंतु राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण आरटीओ द्वारा गाड़ी रोकी नहीं जाती है ।कोई इनसे सवाल जवाब करने का हिम्मत करता है, तो यह ठग गिरोह द्वारा उत्तरप्रदेश से सुटर मंगवा कर जान से मारने व देख लेनी की,किसी झूठे केश में फंसाने की धमकी दी जाती हैं । पीड़ित पक्ष के पास उनके साथ हुए फर्जी वाले की समस्त दस्तावेज उपस्थित होने पर भी इनके ऊपर कार्यवाही नहीं होती! ठग गिरोह नीना अग्रवाल, विजय अग्रवाल, अनमोल अग्रवाल द्वारा मुख्यतौर से विधानसभा के सकरी ग्राम जैतखाम के पास खिलौना फैक्टरी में सारी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है जहां लगभग 40 से अधिक फर्जी फर्मो का रजिस्ट्रेशन करवाया गया है ।
इस फैक्टरी मे बड़े ब्रांड के प्रोडक्ट की नकली पैकिंग भी कर मार्केट में बेचा जाता है विधान सभा के ग्राम सकरी जैतखाम के पास खिलौना फैक्टरी में 40 से अधिक फर्म का रजिस्ट्रेशन और सैकड़ों की संख्या में एक ही फर्जी यूनिट का बार बार नाम बदल कर अलग अलग सरकारी बैंकों से लोन बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है । रोड व सरकारी जमीनों पर बैंक द्वारा बिना जांच के लोन प्रदान करना बैंक के अधिकारीओ के साथ इस ठग गिरोह की साझ-घाट की ओर इशारा करता है । रायपुर से खाली गाड़ी अलग अलग राज्यो के बॉर्डर तक जाती है, जिसका पता आरटीओ को होने के बाद भी आरटीओ द्वारा गाड़ियों की चेकिंग ना किया जाना आरटीआओ अधिकारी के साथ मिली भगत एवं भ्रष्टाचार दर्शाता हैं । लोन लिए गए व्यक्ति द्वारा एक ही समय में अन्य लोहे ऑइल के फर्जी फर्म में पैसा ट्रांसफर किया जाना एवं ट्रांसफर भी ठग गिरोह के अकाउंट में किया जाना यह एक बड़े अपराध को जन्म देने का कारण बन सकता है । फर्जीवाड़ा कर फर्म भी कुछ समय बाद बंद करवाना इस पर भी जांच हो! सभी गिरोह के लोन करवाने वाले डीएसए और उनके द्वारा करवाये गए सभी लोन, बैंकों से लोन पास करने वालों की भी जांच का विषय है आज सरकार ने नारी सुरक्षा, संरक्षण, संवर्धन,महतारि वंदन जैसी कई अच्छी अच्छी योजनाओं चला रखी है वही दूसरी ओर रायपुर छत्तीसगढ़ में बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि नारी सक्तती को ही ये गिरोह सरगना प्रशासन की नाक के नीचे ठगी का शिकार बनाने से नहीं हिचकते!
इस निंदनीय कृत में रायपुर के कुछ भुमाफिया भी इस गिरोह के सहयोगि भी जांच का विषय है ठग गिरोह के दो सदस्य विजय अग्रवाल और नीना अग्रवाल द्वारा हाईकोर्ट बिलासपुर से कानून से बचने के लिये बिना किसी नोटिस एक आर्डर पास करा लिया गया है, उस ऑर्डर पर स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है, कि यदि कोई व्यक्ति द्वारा शिकायत किया जाएगा तो उस पर कार्यवाही की जाएगी परंतु पुलिस प्रशासन में ऐसा क्या भय (डर) फैला हुआ है, कि उस ऑर्डर के दम पर ठग विजय अग्रवाल हर किसी एफआईआर (शिकायत) करवाने वाले व्यक्ति पर बोलता है, कि मेरे ऊपर कोई भी शिकायत (एफ़आईआर) दर्ज नहीं हो सकती है और पुलिस भी मौन होकर उस ठग विजय अग्रवाल की यह बात को स्वीकार कर लेता है । साथ मे इस गिरोह के लोगों बड़े नेताओं की संरक्षण की बात कह कर पुलिस प्रशासन को भी भ्रमित करते हैं कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन भी इस पूरे भ्रष्टाचार में शामिल होने की तरफ इशारा कर रहीं हैं, इस कारण सीबीआई जांच करवाई जानी चाहिए । राहुल कुमार मिश्रा भारतवासी ने इन कुछ बिंदूओ पर सीबीआई जांच एवं शीघ्र कार्यवाही करने की अपना शिकायत पत्र देकर मांग कर एक बड़े भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए शासन प्रशासन के अलावा मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन उपमुख्यमंत्री सह गृह मंत्री छत्तीसगढ़ शासन पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़
पुलिस महानिरीक्षक रायपुर छत्तीसगढ़ पुलिस अधीक्षक रायपुर छत्तीसगढ़ राहुल कुमार मिश्रा भारतवासी द्वारा 12/06/2025 को गुहार लगाई है