वक्ता मंच ने 125 प्रतिभाशाली महिलाओं को किया सम्मानित

“चूड़ियां पहनने वाले हाथों से ही मानवता संवरती है”
रायपुर, 06 सितम्बर 2025/
अग्रणी सामाजिक एवं साहित्यिक संस्था वक्ता मंच द्वारा राजधानी रायपुर के वृन्दावन सभागृह में “छत्तीसगढ़ महिला गौरव अवार्ड” का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के 11 जिलों से चयनित 125 प्रतिभाशाली महिलाओं को मोमेंटो और सम्मान पत्र प्रदान कर गौरवान्वित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रख्यात चिकित्सक डॉ. सुमेधा श्रीवास्तव रहीं, जबकि अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी अशोक अग्रवाल ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार पी. के. तिवारी, साहित्यकार राजकुमार धर द्विवेदी, गोंड आर्ट कलाकार अंकुर शुक्ला, बुजुर्ग सेवा समिति की अध्यक्ष रुक्मणि रामटेके, शिक्षाविद अरुणा चौबे, समाजसेविका ज्योति शुक्ला तथा जीएसटी आयुक्त एम. राजीव उपस्थित थे।
वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते ने बताया कि रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, बेमेतरा, कवर्धा, राजनांदगांव, दुर्ग, महासमुंद, गरियाबंद, बालोद और बिलाईगढ़ से चयनित महिलाओं को सम्मानित किया गया। इन महिलाओं ने खेल, समाज सेवा, शिक्षा, साहित्य, बाइक राइडिंग, पर्यावरण संरक्षण, चिकित्सा, कला-संस्कृति, फिल्म अभिनय, राजनीति, पत्रकारिता, पर्वतारोहण, प्रशासन, आध्यात्म, पुलिसिंग, आर्किटेक्चर, उद्यानिकी, रंगकर्म और अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ पैरालंपिक विजेता संगीता मसीह (दुर्ग), छोटी मेहरा (कवर्धा) और ईश्वरी निषाद (महासमुंद) को सम्मानित कर किया गया। महिला ऑटो चालक अनिता निहाल (रायपुर) को सम्मानित किए जाने पर पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। वहीं डीएसपी मंजुलता राठौर के सम्मान के दौरान दर्शक खड़े होकर उनकी कर्त्तव्यनिष्ठा को नमन करते नजर आए।
अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि “चूड़ियां पहनने वाले हाथों ने ही इतिहास रचा है और आज भी महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता से समाज को नई दिशा दे रही हैं।”
कार्यक्रम का संचालन शुभम साहू ने किया। आयोजन को सफल बनाने में विवेक बेहरा, दुष्यंत साहू, धनेश्वरी नारंग, राजाराम रसिक, डॉ. इंद्रदेव यदु, प्रशांत यदु, संतोष धीवर, पूर्णेश डडसेना, उमा स्वामी, अभिषेक श्रीवास्तव, परम कुमार, खेमराज साहू, हेमलाल पटेल सहित वक्ता मंच की पूरी टीम सक्रिय रही।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार तुकाराम कंसारी (नवापारा राजिम), लक्ष्मी नारायण लहरे (सारंगढ़), वरिष्ठ साहित्यकार राजेंद्र रायपुरी एवं समाजसेवी राजू रामटेके भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में लकी ड्रॉ के माध्यम से कुसुम त्रिपाठी को “वर्ष की भाग्यशाली महिला” घोषित कर विशेष गिफ्ट पैक भेंट किया गया।