डोंगरगढ़ में रोप-वे हादसा: क्या तकनीकी खराबी ने ली लापरवाही की जगह? रामसेवक पैकरा समेत 6 लोग घायल

डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर से दर्शन कर लौटते वक्त सोमवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। रोपवे से नीचे आते समय अचानक तकनीकी खराबी के चलते केबिन का केबल टूट गया और केबिन सीधे नीचे गिर पड़ा। इस हादसे में पूर्व गृहमंत्री और वर्तमान वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा समेत छह लोग घायल हो गए।
सूत्रों के मुताबिक, हादसा दोपहर करीब 1:30 बजे हुआ। रोपवे के केबिन में उस समय भाजपा के प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा, भिलाई के वरिष्ठ भाजपा नेता दया सिंह, बम्लेश्वरी मंदिर समिति के अध्यक्ष समेत कुल छह लोग सवार थे।
भरत वर्मा को गंभीर चोटें आई हैं और उनके हाथ की हड्डी टूटने की संभावना जताई जा रही है। रामसेवक पैकरा को भी सिर व शरीर में चोटें आई हैं। सभी घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दया सिंह की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें राजनांदगांव रेफर किया गया है।
अब सवाल यह कि…
इस हादसे ने डोंगरगढ़ रोपवे की तकनीकी व्यवस्था और प्रशासन की निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह सिर्फ एक तकनीकी गड़बड़ी थी या लंबे समय से नजरअंदाज की जा रही लापरवाही का नतीजा?
प्रशासन मौन, जांच के आदेश
हादसे के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश जरूर दिए हैं, लेकिन लोगों का सवाल है — क्या यह सिर्फ खानापूर्ति बनकर रह जाएगी या दोषियों पर कार्रवाई भी होगी?