जिले के ग्रामीण-शहरी क्षेत्र से 3 लाख से ज्यादा मांग-शिकायतें हुई प्राप्तः कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह

सुशासन तिहार 2025
सुशासन तिहार का तीसरा एवं अंतिम चरण- समाधान शिविर 05 मई से 31 मई तक
रायपुर । कलेक्टोरेट स्थित रेडक्रॉस भवन के सभाकक्ष में आज कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में सुशासन की स्थापना को लेकर प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। शासन-प्रशासन के हर स्तर पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शासकीय कार्यों में पारदर्शिता आए, योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन हो, और इनका लाभ उन जरूरतमंद वर्गों तक समयबद्ध ढंग से पहुंचे, जिनके लिए ये योजनाएं बनाई गई हैं।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप प्रदेशभर में सुशासन तिहार 2025 का आयोजन किया जा रहा है। सुशासन तिहार का उद्देश्य आमजनों की समस्याओं का समयबद्ध समाधान, शासकीय योजनाओं की समीक्षा और निगरानी, विकास कार्यों में तेजी लाना, और जनता, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने बताया कि सुशासन तिहार-2025 का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है। पहला चरण 08 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आयोजित हुआ जिसमें आम जनता से उनकी समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए हैं। यह आवेदन समाधान पेटी, शिविर और ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से लिए गए। आवेदन प्राप्त करने के लिए समाधान पेटी की व्यवस्था जिला और विकासखण्ड मुख्यालय स्तर के साथ हाट बाजारों में की गई थी।
सुशासन तिहार के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों की जानकारी देते हुए कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि रायपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में समाधान पेटी, शिविर और पोर्टल पर ऑनलाइन 2,48,419 मांग और 4,733 शिकायतें प्राप्त हुई। वहीं, शहरी क्षेत्र में 4,2925 मांग और 2,608 शिकायतें प्राप्त हुई, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र को मिलाकर जिले से 2,91,344 मांग और 7,341 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। समाधान पेटी, शिविर और पोर्टल पर ऑनलाइन एंव अन्य माध्यमों से कुल 3,00,737 आवेदन जिले से प्राप्त हुए हैं।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने बताया कि सुशासन तिहार के दूसरे चरण में इन प्राप्त आवेदनों को स्कैन कर सॉफ्टवेयर में अपलोड कर संबंधित विभाग, जनपद और नगरीय निकाय के अधिकारियों को ऑनलाइन व भौतिक रूप से भेजकर उनके गुणवत्तापूर्ण निराकरण की कार्रवाई की जा रही है। मांग से संबंधित आवेदनों को बजट की उपलब्धता के आधार पर निराकृत किया जा रहा है। आवेदनों के निराकरण की गुणवत्ता की समीक्षा जिला और राज्य स्तर पर की जा रही है।
उन्होंने बताया कि सुशासन तिहार के तीसरे एवं अंतिम चरण की शुरूआत 5 मई से हो रही है, जो 31 मई तक चलेगी। इस दौरान रायपुर जिले में 8 से 15 ग्राम पंचायतों के बीच एक समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। नगरीय निकायों में भी शिविर लगाए जाएंगे।
जिले में कुल 56 समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिसमें से ग्रामीण क्षेत्र में 34 रायपुर नगर निगम क्षेत्र में 10 एवं अन्य नगरी क्षेत्रों में 12 आयोजित किए जाएंगे। सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत 05 मई, 2025 को आरंग विकासखंड के ग्राम खमतराई, बेनीडीह, देवरी और अमेठी में समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
उक्त शिविरों में आवेदकों को उनके आवेदनों पर विभागीय अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी दी जाएगी। शिविरों में नए आवेदन भी लिए जाएंगे, और जिन मामलों का समाधान वहीं संभव होगा, उनका मौके पर ही निराकरण किया जाएगा।
विभागीय अधिकारी समाधान शिविरों में विभागों द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देंगे साथ ही हितग्राहीमूलक योजनाओं के आवेदन पत्र / प्रपत्र भी उपलब्ध कराएंगे।
समाधान शिविरों में विकासखंड एवं अनुभाग स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित रहेंगे, जिला स्तर से भी कुछ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। इसी तरह की व्यवस्था नगरीय निकायों के शिविरों में भी रहेगी।
तीसरे चरण के दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप-मुख्यमंत्रीगण, मंत्रीगण के साथ मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी समाधान शिविरों में शामिल होंगे और आम जनता से सीधा संवाद करेंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय विकास कार्यों और योजनाओं का औचक निरीक्षण भी करेंगे और योजनाओं के जमीनी लाभ के बारे में फीडबैक लेंगे। मुख्यमंत्री साय जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे, जिसमें शिविरों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति, विभिन्न योजनाओं की प्रगति और आगामी कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी।