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छत्तीसगढ़

मंत्रालय से लेकर जंगल सफारी तक हर जगह उपयोग किया जा रहा झरिया अल्कलाइन वाटर बाटलिंग प्लांट का पानी

जिला प्रशासन एवं एनआरडीए का नवाचार

महिला सशक्तिकरण- रायपुर के पचेड़ा गांव में बदल रही ग्रामीण महिलाओं की तस्वीर

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश की महिलाएं हो रही आर्थिक रूप से सशक्त

रायपुर, 26 जून 2025/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन के अनुरूप लखपति दीदियां किस तरह अपने उद्यम से अपना संसार बदल रही हैं इसका सुंदर उदाहरण पचेड़ा ग्राम में झरिया अल्कलाइन वाटर बाटलिंग प्लांट चलाने वाली शारदा समूह की महिलाएं हैं। एक छोटी सी शुरूआत अब बड़ा रूप लेने लगी है। हर दिन 5 हजार बोतल पानी बनाने वाले इस प्लांट से अब मंत्रालय, जंगल सफारी, आईआईआईटी, एनआरडीए, पर्यावास भवन में भी सप्लाई होने लगी है। महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मिसाल कायम कर रहा है रायपुर जिले के अभनपुर ब्लॉक स्थित पचेड़ा गांव का ‘झरिया’ अल्कलाइन वॉटर बॉटलिंग प्लांट। यह प्लांट नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण (NRDA) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ के संयुक्त प्रयास से स्थापित किया गया है और इसका संचालन शारदा स्व-सहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं।

स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों की रक्षा
इस हाईटेक प्लांट में प्रतिदिन 5000 बोतलें भरने की क्षमता है। आधुनिक तकनीक से लैस इस प्लांट में दो प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं, जहां जल की शुद्धता और उसका pH स्तर – जो सामान्यतः 8 से 8.5 के बीच रखा जाता है – की नियमित जांच होती है। जल को 500ml की काँच की बोतलों में पैक किया जाता है जिससे प्लास्टिक प्रदूषण पर रोक लगाने की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है।

यह प्लांट ग्रामीण महिलाओं के लिए जीवन बदलने वाली पहल। इस परियोजना के माध्यम से महिलाओं को सीधा रोजगार मिला है। ये महिलाएं अब न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि समाज में एक सशक्त भूमिका निभा रही हैं।

श्रीमती ऊषा बारले, जो पचेड़ा की रहने वाली हैं, कहती हैं –
“मुख्यमंत्री जी ने हमें यह अवसर देकर सौगात दी है। पहले हम काम की तलाश में इधर-उधर भटकते थे, अब गांव में ही स्थायी स्वरोजगार मिला है।”

श्रीमती नंदकुमारी बारले बताती हैं –
“पहले मजदूरी करते थे, काम कभी मिलता था, कभी नहीं। अब अपने गांव में ही सम्मानजनक काम मिल रहा है। परिवार का जीवन पहले से बेहतर हुआ है।”

‘झरिया’ ब्रांड का अल्कलाइन वॉटर आज नवा रायपुर और रायपुर के प्रमुख स्थानों जैसे कि मंत्रालय, जंगल सफारी, IIIT, पर्यावास भवन, जिला पंचायत रायपुर, NRDA और बिहान कैंटीन में सप्लाई हो रहा है, साथ ही कलेक्टोरेट रायपुर में होने वाली बैठकों में “झरिया” पानी बोतल ही दिया जाता है। जहां इसे अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। एक बोतल पानी की कीमत 58.20 रुपए है, जिसमें बोतल की कीमत 50 रुपए है। बोतल वापसी के समय ये राशि वापस दे दी जाती है।

कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह- “बाजार से कम कीमत पर एल्कलाइन पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से उत्तम है। झरिया पानी बोतल कांच की होने के कारण इको-फ्रेंडली है।”

यहां मिलेगा एल्कलाइन पानी बोतल
जिला पंचायत परिसर स्थित बिहान संगवारी हाट, ब1 कैफे एवं ग्राम पचेड़ा स्थित बॉटलिंग प्लांट में आप संपर्क कर सकते हैं।

यह पहल राज्य की महत्वाकांक्षी योजना ‘लखपति दीदी’ को गति प्रदान कर रही है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है। इस प्लांट के जरिए न केवल स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, बल्कि वे एक स्थायी आजीविका मॉडल की ओर अग्रसर हो रही हैं।

नवा रायपुर अब ‘नो प्लास्टिक जोन’ की दिशा में बढ़ रहा है, और इसमें ग्रामीण महिलाएं एक अहम भूमिका निभा रही हैं। ‘झरिया’ प्लांट न केवल एक वॉटर बॉटलिंग यूनिट है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य संवर्धन की एक आदर्श कहानी बन चुका है।

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