
कथा में बैठना महत्वपूर्ण नहीं, कथा का दिल में बैठना जरूरी है: पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
श्रीमंत हनुमंत कथा का हुआ भव्य शुभारंभ — विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह व मंत्री राजेश अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य हुए शामिल
रायपुर। राजधानी रायपुर के अवधपुरी मैदान, श्रीनगर रोड, गुढियारी में श्रीमंत हनुमंत कथा का शुभारंभ भव्यता के साथ हुआ। कथा के प्रथम दिवस बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पूज्य पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने प्रवचन में कहा की “कथा में बैठना महत्वपूर्ण नहीं है, कथा तुम्हारे दिल में बैठे यह महत्वपूर्ण है।”
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने छत्तीसगढ़ से जुड़ाव व्यक्त करते हुए कहा की “तीन साल पहले कथा की शुरुआत यहीं से की थी… लौट के बुद्धु घर को आए। गुढियारी के हनुमान जी की कृपा पूरे रायपुर पर बरसती है, हम अपने मामा गांव आ गए हैं।”
उन्होंने छत्तीसगढ़ी गीत ‘चोला माटी के हे राम’ गाकर माहौल को भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा की “छत्तीसगढ़ का प्रेम अभूतपूर्व है, महतारी छत्तीसगढ़ को कभी भुलाया नहीं जा सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि घंटी बजाना ही धर्म नहीं, अधर्म के खिलाफ आवाज उठाना भी धर्म है”
पं. शास्त्री ने कहा कि केवल पूजा-पाठ ही धर्म नहीं होता “यदि आप अधर्म के खिलाफ आवाज नहीं उठाते तो आप धार्मिक नहीं हो। पूजा धर्म नहीं, धर्म के लिए जीना धर्म है। मानव तन पाना सौभाग्य भारत में जन्म दूसरा वरदान उन्होंने बताया कि 84 लाख योनियों के बाद मनुष्य तन प्राप्त होता है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में होते तो बम बना रहे होते, लेकिन हमारे यहां वे फटाखे बनते हैं जो फूटते नहीं।” उन्होंने मुरैना में भी पाकिस्तान पर दिए बयान को दोहराते हुए कहा कि वह अपने वक्तव्य पर अडिग हैं।
कथा सुनना ही नहीं, उसे जीवन में उतारना होगा
कथा में वही आता है जिसे रामजी बुलाते हैं। कथा सुनने मात्र से कुछ नहीं होगा, जब तक उसे जीवन में नहीं उतारोगे, परिवर्तन नहीं आएगा। उन्होंने मन की चंचलता और आलस्य पर गहराई से प्रकाश डालते हुए कठोर संकल्प और संत की शरण में आने का आह्वान किया।
रामजी के भाव सागर में डूबने की तैयारी करो
एक प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने कहा कि “जैसे नदी का पानी कभी पूरा खत्म नहीं होता, वैसे ही जीवन के कार्य भी पूरे नहीं होंगे। कल पर मत टालो, अभी से रामजी के भाव सागर में डूबने की तैयारी करो।
6 अक्टूबर को दिव्य दरबार, 7 अक्टूबर को दीक्षा कार्यक्रम
समाजसेवी बसंत अग्रवाल ने बताया कि 6 अक्टूबर को सुबह 11 बजे दिव्य दरबार में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री श्रद्धालुओं की समस्याओं का समाधान करेंगे। इसी प्रकार 7 अक्टूबर को सुबह 9 बजे दीक्षा कार्यक्रम होगा। पंडाल के बाहर बागेश्वर धाम कार्यालय में पंजीयन की व्यवस्था की गई है। साथ ही भव्य आरती में शामिल हुए गणमान्य नागरिक। पहले दिन की कथा के बाद भव्य आरती में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री राजेश अग्रवाल, महंत राजीव लोचन दास, आयोजक परिवार और स्व. पुरुषोत्तम अग्रवाल स्मृति फाउंडेशन के सदस्य शामिल हुए।
भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का संकल्प अवश्य पूरा होगा: डॉ. रमन सिंह
सभा को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा किबागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का संकल्प अब एक विशाल सांस्कृतिक आंदोलन बन चुका है। एक दिन भारत हिन्दू राष्ट्र अवश्य बनेगा। उन्होंने आयोजन टीम को बधाई दी और तेज बारिश के बावजूद उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को आस्था की मिसाल बताया।




